महिला की पिटाई का वीडियो शेयर करके सोशल मीडिया पर UP कैडर IPS आशीष तिवारी को बदनाम करने की साजिश.. जबकि ये है असल सच्चाई

X पर वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश का बात कर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक व्यक्ति किसी महिला को पीटते हुए दिख रहा है. खास तौर पर समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता और इसी पार्टी को विशेष तौर पर कवरेज देने वाले कुछ तथाकथित पत्रकारों ने वीडियो को पुलिस विरोधी रूप और रंग देने का प्रयास किया है। इस वीडियो में सीधे तौर पर बिना पूरी सच्चाई जाने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कप्तान रह चुके आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी को निशाना बनाया जा रहा है।


सपा सरकार में मंत्री रह।चुके IP सिंह,  जो कि पहले मुलायम सिंह और अब अखिलेश यादव के करीबी है, उन्होंने 31 मई 2024 को  21 सेकेंड के इस वीडियो को शेयर किया है। वीडियो में एक व्यक्ति पहले महिला से बात करता है और बाद में उठकर उसे पीटने लगता है। पास ही खड़े किसी अन्य व्यक्ति ये सब देखता है । सामने से कोई चुप हो कर इस रिकॉर्ड कर रहा है।

बाकायदा भड़ास निकालते हुए आईपी सिंह ने इसी वीडियो में न सिर्फ UP पुलिस को बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार को भी लपेट डाला उन्हीं की तरह सपा नेता यासर शाह, राघवेंद्र यादव, सत्या यादव, राहुल यादव भी चल दिये..

जब मामला UP पुलिस व योगी सरकार से जुड़ा दिखा तो इसी दौड़ में आफरीन और फिरदौस फिजा जैसी सनुदाय विशेष की महिलाएं भी शामिल हो गईं. फिरदौस फिजा तो सरकार को रिमाइंडर डालकर IPS आशीष पर कार्रवाई भी पूछने लगीं..

ट्विटर (X) हैंडल के अलावा इस वीडियो को कई लोगों ने अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुपों में भी शेयर किया है।


जानिए क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई ?

जिस वीडियो को सपा नेता और उसके सभी समर्थक उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारी आशीष तिवारी का बता रहे हैं वह वीडियो असल में पंजाब का है। वीडियो में महिला की पिटाई करते दिख रहा व्यक्ति पंजाब का आशीष कपूर है ।

वायरल हो रहा वीडियो UP का नहीं बल्कि पंजाब के जीरकपुर थाने का है।  वीडियो में दिख रहा व्यक्ति आशीष कपूर पंजाब में AIG पद पर था जो बाद में 1 करोड़ रुपए की रिश्वत के आरोप में सस्पेंड हुआ था ।

यह वीडियो लगभग 6 साल पुराना, साल 2018 का है । पंजाब सरकार ने इसका संज्ञान लेकर जरूरी कार्रवाई भी की है । उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी अपने आधिकारिक हैंडल से वायरल किए जा रहे वीडियो और दावों का खंडन किया है।

साभार दैनिक भास्कर

यहां यह जानना भी जरूरी है कि आईपीएस आशीष तिवारी पिछले कई महीनो से भारत नहीं बल्कि अमेरिका में हैं। माना यह भी जा रहा है कि उनके खिलाफ भ्रामक प्रचार करने वालों पर आने वाले समय मे कानूनी कार्रवाई हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *